नई दिल्ली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मिले झटके के बाद पाकिस्तान अब भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की कवायद में जुटा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बाद अब पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी भारत से बातचीत करने की इच्छा जताई है।
उन्होंने दोनों देशों की खुफिया एजेंसियों – पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) – के अधिकारियों के बीच बातचीत का सुझाव भी दिया है। यह खास बात है कि भारत की तरह पाकिस्तान ने भी अपना प्रतिनिधिमंडल अमेरिका भेजा है।
आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की पेशकश:
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ब्रीफिंग में शामिल हुए बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ सुलह की बात करते हुए कहा, “पाकिस्तान अब भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का सहयोग करना चाहता है। हम अरबों लोगों के भविष्य को गैर-राज्य अभिकर्ताओं (नॉन-स्टेट एक्टर्स) और आतंकवादियों के हाथों में नहीं छोड़ सकते।”
भुट्टो ने आगे कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि अगर ISI और RAW एक साथ बैठने और इन ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार होते हैं, तो हमें भारत और पाकिस्तान दोनों ही जगह आतंकवाद में कमी देखने को मिलेगी।” माना जा रहा है कि भुट्टो का यह नरम रुख स्पष्ट संकेत दे रहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान किस हद तक प्रभावित हुआ है और अब वह शांति चाहता है।
शहबाज शरीफ भी जता चुके बातचीत की इच्छा:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी भारत के साथ बातचीत करने की अपनी इच्छा पहले ही दोहरा चुके हैं। अजरबैजान के लाचिन में पाकिस्तान-तुर्किए-अजरबैजान त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को साथ बैठकर कश्मीर, पानी और आतंकवाद सहित सभी मुद्दों का समाधान करना चाहिए।
शहबाज शरीफ का भारत के साथ बातचीत पर जोर देने का यह उस सप्ताह का दूसरा बयान था। उन्होंने तेहरान में सोमवार को कहा था कि वह ‘सभी विवादों को हल करने के लिए’ भारत के साथ बातचीत करने को तैयार हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान को भारी नुकसान:
एएनआई के विश्लेषण के अनुसार, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है। इसमें 6 पीएएफ लड़ाकू विमान, 2 हाई-वैल्यू एयरक्राफ्ट, 10 यूसीएवी (मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहन), 1 सी-130 परिवहन विमान और कई क्रूज मिसाइलें नष्ट हुई हैं। इस बड़े नुकसान के बाद ही पाकिस्तान का यह नरम रुख सामने आया है।

