लखनऊ में आयकर विभाग के दफ्तर में एक IRS अफसर द्वारा दूसरे IRS अफसर पर हमला करने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। हमला करने वाले संयुक्त आयुक्त योगेंद्र मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है और उन्हें बंगाल और सिक्किम क्षेत्र से अटैच किया गया है। यह घटना 29 मई को हुई थी।
क्या है पूरा मामला?
29 मई की शाम को आयकर भवन के छठे तल पर एक वरिष्ठ अधिकारी के कमरे में 2016 बैच के IRS उपायुक्त गौरव गर्ग और 2014 बैच के IRS संयुक्त आयुक्त योगेंद्र मिश्रा मौजूद थे। वहां एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। सूत्रों के अनुसार, कानपुर में तैनाती के दौरान और किसी आरटीआई (RTI) को लेकर गौरव गर्ग और योगेंद्र मिश्रा के बीच बहस शुरू हो गई। वरिष्ठ अधिकारी ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, लेकिन तब तक बात काफी बढ़ चुकी थी। दोनों के बीच तेज आवाज में कहासुनी हुई और फिर मारपीट होने लगी।
हमले के आरोप
गौरव गर्ग ने योगेंद्र मिश्रा पर हमला करने, पानी से भरा कांच का गिलास फेंककर मारने और प्राइवेट पार्ट पर पैर से मारने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि हाथापाई के दौरान योगेंद्र मिश्रा की अंगूठी गौरव गर्ग के चेहरे पर लग गई।
मारपीट के दौरान हुए शोर-शराबे से कर्मचारी भी वहां पहुंचे, लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वरिष्ठ अधिकारियों के इस विवाद को कैसे शांत किया जाए। जब अन्य अधिकारी कमरे में पहुंचे, तो देखा कि मारपीट जारी थी। इस हमले में गौरव गर्ग के चेहरे, सिर और हाथ पर चोटें आईं। उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया और हजरतगंज पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
योगेंद्र मिश्रा का पक्ष
हालांकि, योगेंद्र मिश्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने अपनी तरफ से भी एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी। घटना के बाद योगेंद्र मिश्रा ने ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई थी।
योगेंद्र मिश्रा का आरोप है कि उन्होंने गौरव गर्ग के खिलाफ एक आरटीआई फाइल की थी। उनका दावा है कि इस आरटीआई से एक फर्जी वीडियो लीक करने की साजिश का पर्दाफाश हुआ, जिसे उस पत्रकार ने लीक किया था जिसने कुछ हफ्ते पहले गौरव गर्ग को ब्लैकमेल किया था। मिश्रा के अनुसार, गर्ग ने तय समय सीमा में आरटीआई का जवाब नहीं दिया, और जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो एफआईआर की पटकथा शुरू हुई।