देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश ने भीषण गर्मी से काफी हद तक राहत दी है, और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले सात दिनों तक और अधिक बरसात की संभावना जताई है। देश के कई हिस्सों में मौसम संबंधी प्रणालियां सक्रिय हैं, जिनमें उत्तर-पश्चिम राजस्थान और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर चक्रवाती हवाओं का प्रभाव शामिल है। इसके अतिरिक्त, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र से तटीय आंध्र प्रदेश तक एक ट्रफ रेखा और कर्नाटक व असम में चक्रवाती सर्कुलेशन भी देखा जा रहा है।
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की चेतावनी:
इन मौसमी परिस्थितियों के चलते, पूर्वोत्तर भारत में अगले सात दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। विशेष रूप से, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 9 से 12 जून तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। वहीं, त्रिपुरा में 6 और 7 जून को, तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 9 से 11 जून तक भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
दक्षिण और उत्तर-पश्चिम भारत का हाल:
- केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
- तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा और कर्नाटक में 6 से 10 जून तक गरज-चमक के साथ 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
- उत्तर-पश्चिम भारत की बात करें तो, पूर्वी राजस्थान में 6 से 8 जून तक बारिश हो सकती है।
- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 11 और 12 जून को हल्की बारिश की संभावना है।
- पश्चिमी राजस्थान में 8 से 10 जून तक 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने की आशंका है।
मध्य और पूर्वी भारत में भी बारिश:
मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में 6 से 12 जून के बीच हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। इस दौरान 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की स्थिति भी बनी रहेगी।
महाराष्ट्र में औसत से अधिक बारिश का अनुमान:
IMD ने महाराष्ट्र के लिए विस्तृत चार-सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें 6 जून से 3 जुलाई तक पूरे प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं। यह अच्छी खबर है, हालांकि कोंकण क्षेत्र में इस अवधि के दौरान औसत से कम बारिश हो सकती है।
सप्ताह-वार महाराष्ट्र का मौसम पूर्वानुमान:
- पहला सप्ताह (6-12 जून): मध्य महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में औसत से अधिक बारिश की उम्मीद है, जबकि कोंकण और विदर्भ में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
- दूसरा सप्ताह (13-19 जून): पूर्वी विदर्भ और कोंकण के कुछ हिस्सों को छोड़कर राज्य के अधिकांश हिस्सों में औसत से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान मॉनसून की बारिश के फिर से सक्रिय होने का भी अनुमान है।
- तीसरा सप्ताह (20-26 जून): दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण और विदर्भ के कुछ हिस्सों को छोड़कर पूरे राज्य में अच्छी बारिश हो सकती है।
- चौथा सप्ताह (27 जून-3 जुलाई): पश्चिमी महाराष्ट्र और कोंकण को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में औसत से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
कुल मिलाकर, देश के बड़े हिस्से में आने वाले दिनों में गर्मी से राहत मिलने और मॉनसून की सक्रियता बढ़ने की उम्मीद है।