बिहार की राजनीति में चिराग पासवान और उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) के भविष्य को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लगता दिख रहा है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने हाल ही में साफ कर दिया है कि चिराग पासवान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का एक अभिन्न हिस्सा हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेंगे। इस स्पष्टीकरण ने राज्य की सियासी गलियारों में एक बार फिर हलचल तेज कर दी है।
उपमुख्यमंत्री सिन्हा का बयान: “चिराग पासवान NDA के बड़े नेता”
शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने उन सभी संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें लोजपा (रामविलास) के अकेले चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी। उन्होंने दृढ़ता से कहा, “चिराग पासवान एनडीए के बड़े नेता हैं। विधानसभा चुनाव वह भी साथ लड़ेंगे।” सिन्हा ने यह भी रेखांकित किया कि चिराग पासवान वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री के पद पर आसीन हैं, जो एनडीए के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच गठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच कयास लगाए जा रहे थे।
मुकेश सहनी की VIP पर शीर्ष नेतृत्व लेगा फैसला
जहां एक ओर चिराग पासवान की स्थिति स्पष्ट कर दी गई, वहीं मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के एनडीए में शामिल होने की संभावनाओं पर उपमुख्यमंत्री सिन्हा ने कहा कि इस पर अंतिम निर्णय गठबंधन का शीर्ष नेतृत्व ही करेगा। इससे यह संकेत मिलता है कि एनडीए अभी भी अपने विस्तार की संभावनाओं पर विचार कर रहा है, लेकिन इसका फैसला केंद्रीय स्तर पर होगा।
बिहार में बेहतर कानून-व्यवस्था और निवेश का माहौल
राजनीतिक बयानों के इतर, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राज्य में विकास और निवेश के माहौल पर भी बात की। बेला इंडस्ट्रियल एरिया में एक नई बैग निर्माण यूनिट के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बिहार में विधि-व्यवस्था में सुधार हुआ है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली और अन्य आधारभूत संरचना भी बेहतर हुई है, जो औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल माहौल तैयार करती है। यह टिप्पणी राज्य सरकार के उस एजेंडे को दर्शाती है जिसमें सुशासन और आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी जा रही है।
कुल मिलाकर, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के बयान ने बिहार की राजनीति में चिराग पासवान के रोल को लेकर चल रही अनिश्चितता को काफी हद तक कम कर दिया है। यह स्पष्ट हो गया है कि लोजपा (रामविलास) एनडीए का एक अटूट हिस्सा बनी रहेगी, और आगामी विधानसभा चुनावों में दोनों दल मिलकर ही चुनौती पेश करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह स्पष्टता आगामी चुनावी रणनीतियों और गठबंधनों को कैसे प्रभावित करती है।