हाल के दिनों में, पाकिस्तान अपनी अंदरूनी चुनौतियों से जूझने के बावजूद मध्य पूर्व के संघर्ष में कूदने की कोशिश कर रहा है, खासकर ईरान-इजराइल तनाव में. भारत से हाल ही में मिली हार के बावजूद, पाकिस्तान अब ईरान के साथ अपनी हमदर्दी दिखा रहा है और खबरों के मुताबिक, वह ईरान को कई तरह से सहायता दे रहा है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान ने अप्रत्यक्ष रूप से इजराइल को परमाणु बम से हमला करने की धमकी भी दी है.
ईरान के ज़रिए इजराइल को परमाणु चेतावनी
यह धमकी सीधे पाकिस्तान की तरफ से नहीं, बल्कि ईरान के ज़रिए दी गई है. ईरानी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसेन रेजाई ने शुक्रवार को एक ईरानी टीवी इंटरव्यू में कहा, “पाकिस्तान ने ईरान से कहा है कि अगर इजराइल तेहरान में परमाणु बम गिराता है, तो हम भी उन पर परमाणु बम गिराएंगे.” यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य पूर्व में केवल इजराइल के पास परमाणु हथियार हैं, और इजराइल का दावा है कि ईरान भी परमाणु बम बनाने की कोशिश कर रहा है. अगर यह संघर्ष एक भयानक रूप लेता है, तो पाकिस्तान भी इसमें शामिल होने की बात कर रहा है.
पाकिस्तान और इजराइल की परमाणु क्षमता
परमाणु हथियार के मामले में, अलग-अलग अनुमानों के मुताबिक 2023 तक पाकिस्तान के पास लगभग 170 परमाणु हथियार थे. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) और फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) जैसे संस्थानों का अनुमान है कि पाकिस्तान अपनी परमाणु क्षमता को लगातार बढ़ा रहा है, और 2025 तक यह संख्या 200-250 तक पहुंच सकती है.
दूसरी ओर, इजराइल अपनी परमाणु हथियारों की जानकारी सार्वजनिक नहीं करता है और ‘परमाणु अस्पष्टता’ की नीति अपनाता है. अनुमानों के आधार पर, इजराइल के पास 90 से 300 परमाणु हथियार हो सकते हैं. FAS का अनुमान लगभग 90 है, जबकि कुछ अन्य स्रोत 100-200 तक का अनुमान लगाते हैं.
दोनों ही देशों के ये अनुमान उपलब्ध सामग्री और डिलीवरी सिस्टम की क्षमता पर आधारित हैं. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि दोनों देशों ने परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं, जिसके कारण उनकी सटीक परमाणु क्षमता गोपनीय बनी हुई है.
पाकिस्तान का भारत से मिला सबक
यह भी याद रखना ज़रूरी है कि पाकिस्तान ने हाल ही में भारत से मार खाई है. पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसके बाद पाकिस्तान बौखला गया और भारत पर हमले शुरू कर दिए. भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान पर लगातार चार दिनों तक हमला किया और उसके कई शहरों को निशाना बनाया था. इस घटना के कुछ ही समय बाद, पाकिस्तान का यह नया रवैया उसकी मौजूदा स्थिति पर सवाल खड़े करता है.
क्या पाकिस्तान इस वैश्विक तनाव में कूदकर अपनी स्थिति और खराब कर रहा है?