भिलाई, छत्तीसगढ़ / लखनऊ, उत्तर प्रदेश: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में एक प्रतिष्ठित महिला डॉक्टर के साथ ऑनलाइन ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें सीबीआई अधिकारी बनकर जालसाजों ने उनसे 54.90 लाख रुपये ऐंठ लिए। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले चार शातिर ठगों को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना का विवरण:
यह मामला कुछ समय पहले का है, जब भिलाई की एक प्रसिद्ध महिला डॉक्टर को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का अधिकारी बताया और उन्हें एक ऐसे मामले में फंसाने की धमकी दी जिसमें उनका नाम एक आपराधिक गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। जालसाजों ने डॉक्टर को डराया-धमकाया और उनसे कहा कि यदि वे इस मामले से अपना नाम हटवाना चाहती हैं तो उन्हें एक निश्चित राशि का भुगतान करना होगा।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, जालसाजों ने डॉक्टर को विश्वास में लेने के लिए बेहद परिष्कृत तरीकों का इस्तेमाल किया। उन्होंने उन्हें फर्जी दस्तावेज और पहचान पत्र दिखाए, और यहां तक कि एक फर्जी वीडियो कॉल के माध्यम से खुद को असली सीबीआई अधिकारी के रूप में प्रस्तुत किया। डर और घबराहट में आकर, महिला डॉक्टर जालसाजों के बिछाए जाल में फंस गईं और किस्तों में कुल 54 लाख 90 हजार रुपये की मोटी रकम उनके बताए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच:
जब महिला डॉक्टर को अपनी ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने तत्काल स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। भिलाई पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और साइबर सेल की एक विशेष टीम का गठन किया। तकनीकी विश्लेषण और साइबर इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस ने जालसाजों के कॉल डिटेल्स, बैंक खातों और आईपी एड्रेस को ट्रैक करना शुरू किया।
लखनऊ में गिरफ्तारी:
गहन जांच और तकनीकी निगरानी के बाद, पुलिस को पता चला कि इस ठगी गिरोह का संचालन लखनऊ, उत्तर प्रदेश से किया जा रहा था। भिलाई पुलिस की एक टीम तत्काल लखनऊ रवाना हुई और स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर चार आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि ये सभी शातिर किस्म के अपराधी हैं जो इस तरह की ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम देने में माहिर हैं।
पुलिस ने आरोपियों के पास से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, फर्जी दस्तावेज, विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड और कुछ नगदी भी बरामद की है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस गिरोह ने देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की कई ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया होगा।
आगे की कार्रवाई:
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को भिलाई लाया जा रहा है जहां उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस गिरोह का कोई बड़ा नेटवर्क है या नहीं और इसमें और कौन-कौन शामिल हैं। इस गिरफ्तारी से साइबर ठगी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है और लोगों को भी ऐसे फर्जी कॉल्स और झांसे से सावधान रहने की अपील की गई है।