मोतिहारी, बिहार: आज बिहार की धरती पर इतिहास रचा गया! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी चंपारण के मोतिहारी से बिहारवासियों को 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का अभूतपूर्व तोहफा दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की मौजूदगी में पीएम मोदी ने न सिर्फ राज्य के विकास को नई गति दी, बल्कि ‘नक्सलवाद मुक्त भारत’ और ‘आत्मनिर्भर बिहार’ के अपने संकल्प को भी दोहराया। उनका हर शब्द बिहार के भविष्य की तस्वीर खींच रहा था। आइए जानते हैं, मोतिहारी में पीएम मोदी के इस ऐतिहासिक दौरे की हर छोटी-बड़ी बात, उनके बड़े ऐलान, और उन परियोजनाओं का विवरण जो बदल देंगी बिहार की तकदीर!
मोतिहारी में उमड़ा जनसैलाब: पीएम मोदी का भव्य स्वागत!

सुबह से ही मोतिहारी की धरती पर हजारों की संख्या में लोग अपने प्रिय प्रधानमंत्री की एक झलक पाने को बेताब थे। ‘भारत माता की जय’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। प्रधानमंत्री के आगमन पर लोगों का उत्साह चरम पर था। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राधामोहन सिंह ने पारंपरिक तरीके से अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया। जनता के उत्साह और प्रेम को देखकर पीएम मोदी भी अभिभूत दिखे।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी: “पीएम ने दी 7217 करोड़ की सौगात!”

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि मोतिहारी में आज एक ऐतिहासिक कार्यक्रम के तहत बिहार की जनता को 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात पीएम मोदी ने दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन योजनाओं से प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों को आपस में जोड़ने, परिवहन को सुगम बनाने और आर्थिक गतिविधियों को नई मजबूती मिलेगी। सम्राट चौधरी ने केंद्र और राज्य की ‘डबल इंजन’ सरकार के तालमेल की सराहना की, जिसने बिहार के विकास को नई ऊंचाइयां दी हैं।
सीएम नीतीश कुमार: “बिहार में 10 लाख नौकरी, अब मुफ्त बिजली!”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने बिहार में हुए बदलावों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “आप सब जानते हैं कि 2005 से पहले बिहार का क्या हाल था? उस समय बिजली कहां रहती थी? पटना में भी मुश्किल से 8 घंटे बिजली मिलती थी।” सीएम नीतीश ने गर्व से घोषणा की कि अब बिहार में हर घर को मुफ्त बिजली मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कैबिनेट मीटिंग रखी गई है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, “हम लोगों ने 10 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं और 29 लाख लोगों को रोजगार दिया है।” सीएम नीतीश ने अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य भी साझा किया, जिसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रयासरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पीएम मोदी देश और बिहार के लिए जितना काम कर रहे हैं, वह सबको याद रखना चाहिए।
पीएम मोदी का ऐतिहासिक संबोधन: “यह नया भारत है, माओवाद अंतिम सांसें गिन रहा है!”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में करते हुए बिहार की जनता का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा, “आप सबन के हमार प्रणाम बा! राधामोहन सिंह मुझे हमेशा चंपारण आने का मौका देते रहते हैं। यह धरती चंपारण की धरती है, इस धरती ने इतिहास बनाया है। इस धरती ने गांधी जी को नई दिशा दिखाई। अब इसी धरती की प्रेरणा बिहार को भी नई दिशा दिखाएगी।”
माओवाद पर सीधा प्रहार: पीएम मोदी ने नक्सलियों और माओवाद पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा, “आज माओवाद अंतिम सांसें गिन रहा है। हमारा संकल्प है कि हम भारत को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करके रहेंगे। साथियों, यह नया भारत है। भारत दुश्मनों को सजा देने के लिए जमीन-आसमान एक कर देता है।” उन्होंने याद दिलाया कि बिहार की इसी धरती से उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की घोषणा की थी, जिसके बाद पूरी दुनिया ने भारत का सामर्थ्य देखा।
विकास और अर्थव्यवस्था पर जोर: प्रधानमंत्री ने कहा कि अब बिहार को दुनिया भर के मार्केट से जोड़ा जाएगा और किसानों की आय दोगुनी करना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा, “न हम नारों तक अटकते हैं और न हम वादों तक सिमटते हैं।”
पिछड़ों और अति पिछड़ों को प्राथमिकता: पीएम मोदी ने 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों का जिक्र करते हुए कहा कि दशकों तक इन्हें पिछड़ा कहकर छोड़ दिया गया था, लेकिन उनकी सरकार ने इन जिलों को ‘आकांक्षी जिला’ नाम दिया और इनके विकास को प्राथमिकता दी।
लखपति दीदी और महिला सशक्तिकरण: पीएम मोदी ने ‘लखपति दीदी’ योजना की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में और बिहार में लखपति दीदी की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि अब तक डेढ़ करोड़ बहनें पूरे देश में लखपति बन चुकी हैं। उन्होंने 400 करोड़ रुपये के सामुदायिक निवेश फंड को जारी करने की भी घोषणा की और सीएम नीतीश कुमार द्वारा चलाई गई ‘जीविका दीदी’ योजना की जमकर तारीफ की।
युवाओं के लिए बड़े ऐलान: रोजगार के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि प्राइवेट कंपनियों में पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को केंद्र सरकार अगस्त से 15 हजार रुपये देगी, जिसका फायदा बिहार को भी मिलेगा। उन्होंने ‘मुद्रा योजना’ की सफलता का भी जिक्र किया, जिसने लाखों लोगों को स्वरोजगार के लिए लोन उपलब्ध कराया है।
अंधकार से विकास की ओर बिहार: पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद के शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा, “बिहार के युवाओं ने राजद और कांग्रेस का घमंड चूर कर दिया। आप जानते हैं कि राजद और कांग्रेस के राज में कितने गरीबों के पास पक्के घर थे? लोग अपने घरों में रंगरोगन कराने से डरते थे। उन्हें डर था कि रंगरोगन देख कहीं मकान मालिक का अपहरण न हो जाए।” उन्होंने कहा कि आज लाखों माताएं-बहनें उन्हें आशीर्वाद दे रही हैं।
उन्होंने ‘जनधन खातों’ की सफलता पर भी बात की। “अगर आप 10 रुपये भी कमाते थे तो उसे छिपाकर रखना पड़ता था। मैंने बैंकों से कहा कि गरीबों के लिए आप दरवाजे कैसे नहीं खोलेंगे। इसके बाद हमने जनधन खाते खुलवाए। बिहार में भी साढ़े तीन करोड़ से अधिक जनधन खाते खुलवाए।”
पूरब के राज्यों का उदय: पीएम मोदी ने कहा कि जैसे दुनिया में पूरब के देश आगे बढ़ रहे हैं, वैसे ही भारत में पूरब के राज्य आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने अपनी दूरदृष्टि साझा करते हुए कहा, “मैं स्पष्ट कहना चाहूंगा कि एक दिन मुंबई की तरह मोतिहारी, पुणे की तरह पटना, गुरुग्राम की तरह गयाजी के लोग बढ़ें और विकास करें।”
केंद्र-राज्य सहयोग से विकास: उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस और राजद की सरकार थी, तो 10 साल में बिहार को केवल 2 लाख करोड़ रुपये मिले थे, जबकि 2014 में एनडीए सरकार बनने के बाद बिहार को कई गुना अधिक पैसा मिला है, जो विकास परियोजनाओं के काम आ रहा है।
राम मंदिर कलाकृति पर पीएम का विशेष ध्यान: जनसभा के दौरान एक युवक राम मंदिर की कलाकृति लेकर पीएम के लिए आया था। पीएम ने मंच से उस युवक से पूछा, “आपने ही बनाया है?” इसके बाद उन्होंने एसपीजी के जवानों को उस कलाकृति को लेने के लिए कहा और युवक की जमकर तारीफ की। यह पल कार्यक्रम का एक भावनात्मक हाईलाइट बन गया।
7217 करोड़ की प्रमुख परियोजनाएं: एक नजर में!
प्रधानमंत्री ने बिहार को सड़क और रेल के विकास से जुड़ी कई बड़ी सौगातें दीं:
- सड़क परियोजनाओं: कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों का उन्नयन और विस्तार, जिससे परिवहन सुगमता और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- रेल परियोजनाओं: नई रेल लाइनों का शिलान्यास, रेलवे ओवरब्रिज और यात्री सुविधाओं में सुधार। 4 नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का भी शुभारंभ किया गया, जो बिहार की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेंगी।
- मत्स्य विकास: मछली पालन से जुड़ी परियोजनाओं को गति दी जाएगी, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी।
- ग्रामीण विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर सुधारने के लिए कई योजनाएं।
- सूचना प्रौद्योगिकी: डिजिटल बिहार बनाने की दिशा में नए कदम।
बिहार के लिए एक नया सवेरा!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मोतिहारी दौरा बिहार के विकास के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है। 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं, नक्सलवाद मुक्त भारत का संकल्प, ‘लखपति दीदी’ योजना का विस्तार, और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर – ये सभी घोषणाएं बिहार के उज्ज्वल भविष्य की नींव रख रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों से बिहार अब तीव्र गति से विकास के पथ पर अग्रसर है। यह दौरा न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने बिहार की जनता में एक नई आशा और विश्वास का संचार किया है।
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