पटना: (आज की एक्सक्लूसिव खबर) राजधानी पटना में एक बड़े गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है! पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो बाजार में लोकप्रिय ‘प्रिंस’ (Prince) ब्रांड के नाम पर नकली प्लास्टिक पाइप (PVC/CPVC) बनाकर बेच रहा था। यह कार्रवाई पटना के बाईपास थाना क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस ने एक सुनसान इलाके में चल रही इस अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा। छापे के दौरान, भारी मात्रा में नकली पाइप, कच्चा माल, ब्रांडिंग मशीनें और पैकेजिंग सामग्री जब्त की गई है। इस खुलासे से निर्माण क्षेत्र और आम उपभोक्ताओं में हड़कंप मच गया है।
कैसे चल रहा था ये ‘नकली पाइप’ का खेल?
जानकारी के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बाईपास इलाके में ‘प्रिंस’ जैसी जानी-मानी कंपनी के नाम पर धड़ल्ले से नकली पाइप का निर्माण हो रहा है। यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से काम कर रहा था। वे सस्ते और निम्न गुणवत्ता वाले प्लास्टिक का उपयोग करके पाइप बनाते थे, और फिर उन पर ‘प्रिंस’ ब्रांड का लोगो (logo) और मार्का (mark) लगाकर असली बताकर बेचते थे।
नकली पाइपों की गुणवत्ता इतनी खराब होती थी कि वे कुछ ही समय में लीक करने लगते थे या टूट जाते थे, जिससे उपभोक्ताओं को भारी नुकसान होता था। ये नकली पाइप मुख्य रूप से छोटे दुकानदारों और ठेकेदारों को सस्ते दामों पर बेचे जाते थे, जो फिर इन्हें सामान्य ग्राहकों को असली बताकर बेच देते थे।
छापेमारी और हैरान कर देने वाला नज़ारा
पुलिस की टीम ने बुधवार देर शाम बताए गए ठिकाने पर छापा मारा। पुलिस जब फैक्ट्री के अंदर दाखिल हुई, तो वहां का नज़ारा देखकर वे भी हैरान रह गए। बड़े पैमाने पर पाइप बनाने वाली मशीनें, पिघला हुआ प्लास्टिक, हजारों की संख्या में तैयार और अर्ध-तैयार नकली पाइप बिखरे पड़े थे। वहीं, ‘प्रिंस’ ब्रांड के हूबहू दिखने वाले स्टिकर और पैकेजिंग सामग्री का अंबार लगा हुआ था।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से मुख्य सरगना सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस इस गोरखधंधे के पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिसमें सप्लायर और डिस्ट्रीब्यूटर भी शामिल हो सकते हैं। जब्त किए गए सामान की कीमत करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है।
आपके लिए खतरे की घंटी: कैसे पहचानें असली और नकली पाइप?
यह घटना उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी चेतावनी है जो घर बनाने या मरम्मत कराने के लिए पाइप खरीदते हैं। नकली पाइप न सिर्फ आपके पैसों की बर्बादी है, बल्कि ये आपके घर में लीकेज, टूट-फूट और पानी की बर्बादी जैसी बड़ी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
असली ‘प्रिंस’ पाइप की पहचान कैसे करें:
- गुणवत्ता और फिनिशिंग: असली पाइप की फिनिशिंग चिकनी और एकसार होती है। उस पर कोई खुरदुरापन या असमानता नहीं होती।
- वजन और मोटाई: नकली पाइप अक्सर हल्के और पतले होते हैं। असली पाइप मानक वजन और मोटाई के होते हैं।
- लोगो और मार्का: ब्रांड का लोगो और अन्य जानकारी साफ, स्पष्ट और स्थायी रूप से मुद्रित होती है। नकली पाइप पर ये अक्सर धुंधले या आसानी से मिटने वाले होते हैं।
- प्रामाणिकता चिह्न: कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स पर हॉलमार्क या सुरक्षा कोड होते हैं जिन्हें स्कैन करके प्रामाणिकता जांची जा सकती है।
- अधिकृत डीलर: हमेशा कंपनी के अधिकृत डीलरों या प्रतिष्ठित हार्डवेयर स्टोर से ही पाइप खरीदें।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे नकली उत्पादों से सावधान रहें और यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस खुलासे ने पटना में चल रहे अवैध कारोबारों पर लगाम लगाने की पुलिस की मुहिम को और मजबूत किया है।
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