मुजफ्फरपुर पुलिस ने अपराध जगत पर एक बड़ी चोट करते हुए एक सनसनीखेज मुठभेड़ में दो खूंखार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूरज सहनी और नीरज ठाकुर, दोनों ही 75,000 रुपये के इनाम घोषित अपराधी थे और लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए थे। इस दुस्साहसिक कार्रवाई में दोनों अपराधियों के पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें धर दबोचा गया। यह घटना मुजफ्फरपुर शहर में आग की तरह फैल गई है और आम जनता ने राहत की सांस ली है।
कैसे हुई मुठभेड़?
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सूरज सहनी और नीरज ठाकुर शहर के बाहरी इलाके में किसी संदिग्ध गतिविधि को अंजाम देने वाले हैं। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने बताए गए इलाके की घेराबंदी कर दी।
जैसे ही पुलिस टीम अपराधियों के ठिकाने के पास पहुंची, बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाईं। दोनों ओर से हुई भीषण गोलीबारी के बाद आखिरकार पुलिस ने अपराधियों को घेर लिया। इस मुठभेड़ में सूरज सहनी और नीरज ठाकुर दोनों के पैर में गोली लगी, जिससे वे भागने में असमर्थ हो गए। मौके का फायदा उठाते हुए पुलिस ने तुरंत दोनों को हिरासत में ले लिया।
कौन हैं सूरज सहनी और नीरज ठाकुर?
गिरफ्तार किए गए सूरज सहनी और नीरज ठाकुर मुजफ्फरपुर के अपराध जगत में कुख्यात नाम हैं। इन दोनों पर हत्या, लूट, रंगदारी और अपहरण जैसे कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सूरज सहनी पर विशेष रूप से कई बड़े व्यापारियों से रंगदारी मांगने और विरोध करने पर जानलेवा हमला करने का आरोप है। वहीं, नीरज ठाकुर भी अपने दबंगई और आपराधिक हरकतों के लिए जाना जाता है। पुलिस को इन दोनों की लंबे समय से तलाश थी और इनकी गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सूरज सहनी और नीरज ठाकुर का एक बड़ा आपराधिक नेटवर्क है, जो मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में सक्रिय है। इनकी गिरफ्तारी से इस नेटवर्क के कमजोर पड़ने की संभावना है। पुलिस अब इन दोनों से पूछताछ कर उनके अन्य साथियों और अपराधों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी है।
मुठभेड़ के बाद का मंजर
मुठभेड़ स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। घटनास्थल पर गोलियों के कई खाली खोखे बरामद हुए हैं, जो मुठभेड़ की भयावहता को बयां करते हैं। घायल अपराधियों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस का पहरा अस्पताल में भी सख्त है, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
जनता में खुशी की लहर
सूरज सहनी और नीरज ठाकुर की गिरफ्तारी से मुजफ्फरपुर के आम नागरिकों ने राहत की सांस ली है। व्यापारियों और आम लोगों ने पुलिस की इस बहादुरी और सफलता की सराहना की है। लोगों का कहना है कि इन अपराधियों के आतंक से उन्हें काफी परेशानी होती थी और अब उनकी गिरफ्तारी से उन्हें सुरक्षा का एहसास होगा।
आगे की कार्रवाई
मुजफ्फरपुर के एसएसपी ने इस सफलता के लिए पुलिस टीम को बधाई दी है और कहा है कि जिले में अपराध नियंत्रण के लिए इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में जो भी नई जानकारी सामने आएगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा।
इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बिहार पुलिस अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। सूरज सहनी और नीरज ठाकुर जैसे कुख्यात अपराधियों का पकड़ा जाना निश्चित रूप से मुजफ्फरपुर के कानून और व्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
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